वक़्त - वक़्त की बात है,
ज़िन्दगी का जब तक साथ है,
मुस्कुराना है तो मुस्कुरा लो,
वरना बेबस सबके हालत हैं,
जो था सच वोही झूट है,
जो सही वोही गलत है,
प्यार होता है आज तो कर लो,
वरना मरता तो हर ज़ज्बात है,
छु कर तो काफी जाते हैं,
किसका एह्साह ठहर पाता है,
जिसका ठहर गया उसे थाम लो,
वरना छूट तो सब जाता है,
कल जो हुआ वो अतीत है,
कल क्या हो किह्को प्रतीत है,
आज दिल हँसे तो हंसने तो,
वरना वक़्त तो यु ही कट जाता है।
FINALLY.......good and this is what i'm talking about...take it from someone who can't rhyme...you are good...keep doing this
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